Monday, May 8, 2023

अगर मार्गदर्शन सही हो, तो एक नन्हा सा दीपक भी, किसी सूरज से कम नहीं

यह कहानी एक छोटे गांव में रहने वाले एक नन्हे बच्चे की है। वह नन्हा सा दीपक था, जो दुनिया में अपनी एक छोटी सी जगह ढूंढ रहा था।

दीपक के पास बहुत सारे सपने थे, लेकिन उसे कोई मार्गदर्शन नहीं था। उसे समझ नहीं आता था कि वह अपने सपनों को कैसे पूरा करेगा। वह बहुत अकेला महसूस करता था और उसे लगता था कि उसके पास न कोई दोस्त हैं और न ही कोई मार्गदर्शक।

एक दिन दीपक को एक बूढ़े व्यक्ति मिला, जो उससे बात करने लगा। बूढ़ा व्यक्ति ने दीपक की सुनी और उसे अपने जीवन की कुछ कहानियां सुनाई। उसने दीपक को अपने जीवन के अनुभवों से समझाया कि जब तक हम मार्गदर्शन नहीं लेते, हम जीवन में सफल नहीं हो सकते।

बूढ़ा व्यक्ति ने दीपक को यह बताया कि उसे अपने सपनों के लिए जिद्दी होना होगा और उसे सही मार्गदर्शन का सहारा लेना होगा। उसने दीपक को अपने जीवन के उदाहरण दिए, जो दीपक के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण थेदीपक ने बूढ़े व्यक्ति की बातों को सुनकर अपने आप को तराशना शुरू कर दिया। वह जीवन में आगे बढ़ने के लिए अपने सपनों के लिए काम करना शुरू कर दिया। वह मेहनत करने लगा, पढ़ाई करने लगा और सीखने की तलाश में जाने लगा।

दीपक की मेहनत उसकी काबिलियत को बढ़ाती गई और उसने एक दिन अपने सपने को पूरा करने का मौका पाया। उसे एक ऐसी नौकरी मिल गई जो उसके सपनों से भी बड़ी थी।

दीपक ने अपने सपनों को पूरा करने के लिए सही मार्गदर्शन का सहारा लिया और उसने देखा कि सफलता उसकी कदमों में थी। वह अपने जीवन का सफर एक नए आयाम देने लगा और दुनिया उसे अपनी सफलता की ओर खींचती रही।

इस कहानी से हम सीखते हैं कि अगर हम खुद पर भरोसा नहीं करेंगे तो कोई और हमारे लिए नहीं करेगा। हमें अपने सपनों को पूरा करने के लिए सही मार्गदर्शन का सहारा लेना चाहिए और मेहनत करनी चाहिए ताकि हम अपनी सफलता के कदमों में आगे बढ़ सकें।

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