एक बार की बात है, एक लड़की थी जो बहुत संजीदगी से जीती थी। उसकी जिंदगी में बहुत सारे संघर्ष थे, उसके परिवार में आर्थिक समस्याएं थीं और वह पढ़ाई भी नहीं कर पाती थी। वह इतना निराश हो गई थी कि उसने अपनी जिंदगी से हाथ धो लिया था।
फिर एक दिन, उसने एक बच्चे को देखा जो सड़कों पर गीत गा रहा था। उसकी आवाज़ से सबका मन हुआ भावुक और वह अपनी जिंदगी को फिर से जीना चाहने लगी।
उसने सोचा कि जिंदगी में हार-जीत तो होती ही हैं, लेकिन मेरी सोच का बदलाव मुझे अपनी मंजिल तक ले जाने में मदद कर सकता है। वहन एक संघर्ष शुरू किया, उसने अपनी पढ़ाई फिर से शुरू की और कुछ समय बाद उसने अपने शानदार अंकों से एक बड़ी कंपनी में काम शुरू कर दिया।
उसने इतना संघर्ष किया कि आज उसे उसी कंपनी का सीईओ बनने का मौका मिला है।
जो इंसान अपने जीवन को अपने हाथ में ले लेता है, उसके लिए जीवन में कुछ भी सम्भव है। उसका सफल होना या असफल होना सिर्फ उसी के हाथों में है।
एक बार एक युवा लड़का जीवन में बहुत निराश हो गया था। उसे लगता था कि उसके साथ सब कुछ खराब हो रहा है। उसने कई चीजें खो दी थी, जैसे कि उसकी नौकरी और उसकी गर्लफ्रेंड भी उससे दूर चली गई। वह निराश हो गया था और उसके पास अब कुछ नहीं बचा था।
लेकिन एक दिन उसने सोचा कि उसने अभी तक सब कुछ नहीं खो दिया है। उसके पास अपनी जिंदगी थी और उसके पास उसे फिर से बनाने की शक्ति थी।
उसने नौकरी के लिए फिर से अपना रुख बदला और उसने एक बड़ी कंपनी में अपनी नौकरी शुरू की। उसकी काबिलियतों और जिज्ञासा ने उसे उस कंपनी में आगे बढ़ने की संभावना दी।
उसने अपने जीवन को नए रंग दिए और अब उसे खुशी की जिंदगी मिल रही थी।
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