एक छोटे से गांव में रहने वाला लड़का नाम है रामू। रामू अपने छोटे से गांव में हमेशा सफलता की खोज में रहता था। वह हमेशा नई चीजों के बारे में सोचता था और अपने सपनों को पूरा करने के लिए कभी हार नहीं मानता था। वह अपने गांव के सभी लोगों से अलग था।
एक दिन, रामू ने सोचा कि उसे कुछ नया करना चाहिए। उसे लगा कि वह अपने गांव के लिए कुछ कर सकता है जो सबके लिए लाभदायक हो सकता है। उसने एक नयी व्यवस्था शुरू की जिसमे वह गांव के बच्चों को रोजगार देने के लिए उन्हें सिखाता था कि कैसे सामान्य बातों से भी उनके लिए नए और उपयोगी विकल्प निकाले जा सकते हैं।
शुरुआत में सब लोग इस विचार को थोड़ा विरोध करते थे लेकिन रामू ने हार नहीं मानी और उसने अपनी अग्रणीता दिखाते हुए अपनी योजना को आगे बढ़ाया।
संगीता अपने हौसले के बल पर उस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए जा पहुँची। उसका मन तो भागने को नहीं कर रहा था, लेकिन उसने खुद से कहा कि वह उस प्रतियोगिता में जाएगी। वह जानती थी कि यह एक बड़ी चुनौती है लेकिन वह दृढ़ता से अपने मन के साथ खड़ी थी।
उसने अपने हौसलों को बढ़ाने के लिए उन लोगों से बातें की जो उसे प्रभावित करते थे। उन्होंने उसे शाब्दिक समर्थन दिया और उसे उसकी क्षमताओं के बारे में संतुष्ट किया।
शुरूआत में, संगीता को वहां रखने के लिए दृढ़ता चाहिए थी। जब वह उस परिस्थिति से गुजरी, तब उसका दृढ़ता और बढ़ गया। उसने सोचा कि वह अपने हौसले खो देने वाली नहीं है। वह उस प्रतियोगिता में बेहतरीन प्रदर्शन करना चाहती थी।
शाम के समय, संगीता ने उस प्रतियोगिता में जीत हासिल की। उसने अपने लक्ष्य को हासिल कर लिया था। वह उन लोगों के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण बन गई
इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि जीतने वाले वही होते हैं, जो हारने के बाद भी दुबारा खड़े होते हैं और अपनी मनज़िल की तरफ अपने कदम बढ़ाते हैं। जीत हमेशा उसके लिए होती है, जो अपने हौसलों पर विश्वास रखता है और कमजोर नहीं होता। जीत एक भावना होती है, जो हमेशा जीतने वालों के साथ होती है। इसलिए, हमेशा हौसले से बढ़कर अपनी मनज़िल की तरफ बढ़ते रहना चाहिए।
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