Wednesday, April 16, 2025

सपने तभी सच होते हैं, जब उन्हें पूरा करने का जुनून हो!

 छोटे से गाँव में रहने वाला अर्जुन एक गरीब किसान का बेटा था। उसके पिता दिन-रात खेतों में मेहनत करते थे ताकि परिवार का गुजारा चल सके। अर्जुन को बचपन से ही पढ़ाई में रुचि थी, लेकिन उसके गाँव में सिर्फ एक साधारण स्कूल था, जहाँ उच्च शिक्षा की कोई सुविधा नहीं थी।

अर्जुन का सपना था कि वह एक बड़ा डॉक्टर बने और गरीबों का मुफ्त इलाज करे। लेकिन उसकी आर्थिक स्थिति और संसाधनों की कमी बार-बार उसके सपनों के बीच दीवार बनकर खड़ी हो जाती।


पहला संघर्ष – किताबों की कमी


गाँव में न तो अच्छे शिक्षक थे और न ही अच्छी किताबें। अर्जुन के पास पैसे नहीं थे कि वह महंगी कोचिंग कर सके या शहर जाकर पढ़ाई कर सके। लेकिन उसने हार नहीं मानी। उसने पुरानी किताबें इकट्ठी कीं, गाँव के सरकारी पुस्तकालय में जितनी भी किताबें थीं, उनसे पढ़ाई की और दिन-रात मेहनत में जुट गया।


जब उसके दोस्त खेलते या आराम करते, अर्जुन अपने लक्ष्य की ओर बढ़ने के लिए पढ़ाई में लगा रहता।


दूसरी चुनौती – मेडिकल प्रवेश परीक्षा


अर्जुन ने बारहवीं की परीक्षा अच्छे अंकों से पास की, लेकिन अब असली चुनौती मेडिकल प्रवेश परीक्षा थी। बिना किसी कोचिंग के इस परीक्षा को पास करना बहुत कठिन था। उसने खुद से पढ़ाई करने की ठानी और गाँव के एक शिक्षक से मार्गदर्शन लिया।

 

पहले प्रयास में वह सफल नहीं हो सका। यह उसके लिए बड़ा झटका था। लेकिन उसने हार मानने की बजाय और अधिक मेहनत करने का फैसला किया। उसने खुद को समझाया – "सपने तभी सच होते हैं, जब उन्हें पूरा करने का जुनून हो!"


अगला प्रयास – सफलता की ओर बढ़ते कदम


अर्जुन ने अपनी गलतियों को पहचाना, और अगली बार पहले से भी अधिक मेहनत की। उसने दिन-रात पढ़ाई की, अपनी कमजोरियों को सुधारा और एक साल बाद फिर से परीक्षा दी। इस बार उसकी मेहनत रंग लाई और उसने मेडिकल परीक्षा उत्तीर्ण कर ली!


यह उसकी जिंदगी की सबसे बड़ी जीत थी। वह जिस डॉक्टर बनने का सपना देखता था, अब वह सपना सच होने जा रहा था।


अर्जुन बना डॉक्टर, पूरा किया अपना सपना


मेडिकल कॉलेज से पढ़ाई पूरी करने के बाद अर्जुन ने अपने गाँव वापस आकर एक छोटा सा क्लिनिक खोला, जहाँ वह गरीबों का मुफ्त इलाज करता था। जो लड़का कभी किताबों के लिए संघर्ष करता था, आज वह हजारों लोगों की जिंदगी बचा रहा था।


सीख:


अर्जुन की कहानी हमें यह सिखाती है कि अगर हमारे अंदर जुनून और मेहनत करने की लगन हो, तो कोई भी सपना असंभव नहीं है। कठिनाइयाँ आएँगी, असफलताएँ भी मिलेंगी, लेकिन जो डटे रहते हैं, वही अपने सपनों को सच कर पाते हैं!

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