Saturday, April 12, 2025

सपनों की उड़ान, गाँव से प्रशासन तक!"

 अमन एक छोटे से गाँव में रहने वाला लड़का था। उसका सपना था कि वह एक दिन एक बड़ा अधिकारी बने और अपने गाँव का विकास करे। लेकिन उसके रास्ते में कई कठिनाइयाँ थींगरीबी, संसाधनों की कमी और समाज की बाधाएँ।

लोग अक्सर उससे कहते, "तू एक साधारण किसान का बेटा है, इतने बड़े सपने मत देख!" लेकिन अमन को यकीन था कि अगर वह मेहनत करेगा, तो उसकी सफलता तय है।

संघर्ष की शुरुआत


अमन के पिता गाँव में छोटे किसान थे। खेतों से जो अनाज मिलता, वही उनकी रोज़ी-रोटी थी। अमन पढ़ाई में होशियार था, लेकिन उसके पास महंगी किताबें या कोचिंग की सुविधा नहीं थी। वह स्कूल की पुरानी किताबों से पढ़ता और खुद से कठिन विषयों को समझने की कोशिश करता।

जब उसके दोस्त खेलते, वह पढ़ाई करता। जब बिजली चली जाती, तो वह लालटेन की रोशनी में पढ़ता। उसके अंदर सिर्फ एक बात थी"सफलता की राह कठिन हो सकती है, लेकिन असंभव नहीं!"

पहली चुनौती – बोर्ड परीक्षा

अमन की पहली परीक्षा तब हुई जब उसने बारहवीं की परीक्षा दी। उसके पास ट्यूशन या गाइडेंस नहीं था, लेकिन उसकी मेहनत ने कमाल कर दिया। उसने अपने जिले में टॉप किया!

अब उसके सामने अगली चुनौती थीसिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करना।

दूसरी चुनौती – प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी

सिविल सेवा परीक्षा पास करना आसान नहीं था। यह भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक थी। अमन के पास बड़े शहरों में जाकर कोचिंग करने के पैसे नहीं थे।

उसने खुद से पढ़ाई करने का फैसला किया। गाँव के पुस्तकालय में बैठकर, इंटरनेट से मुफ्त सामग्री इकट्ठी कर, और दिन-रात मेहनत कर, उसने अपनी तैयारी शुरू की

पहली बार परीक्षा देने पर वह असफल हो गया। यह उसके लिए बहुत बड़ा झटका था। लेकिन उसने हार नहीं मानी। उसने खुद से कहा, "अगर रास्ता कठिन है, तो इसका मतलब यह नहीं कि मंज़िल नहीं मिलेगी!"

तीसरी चुनौती – दूसरी बार कोशिश करना

अमन ने अपनी गलतियों को पहचाना और खुद को बेहतर बनाने में जुट गया। उसने अपनी कमजोरियों पर काम किया, और अगले साल फिर से परीक्षा दी।

इस बार उसकी मेहनत रंग लाई। उसने परीक्षा पास कर ली और एक प्रतिष्ठित प्रशासनिक पद पर नियुक्त हुआ!

सफलता की कहानी

आज अमन अपने गाँव में वापस आ चुका है। वह प्रशासनिक अधिकारी बनकर गाँव की भलाई के लिए काम कर रहा है। उसने गाँव में एक स्कूल और एक पुस्तकालय खुलवाया, ताकि और भी बच्चे पढ़-लिखकर अपना भविष्य संवार सकें।


सीख:

अमन की कहानी हमें यह सिखाती है कि सफलता की राह कठिन हो सकती है, लेकिन असंभव नहीं! अगर आप लगातार मेहनत करें, अपने सपनों पर विश्वास रखें और हार न मानें, तो कोई भी लक्ष्य दूर नहीं है।

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