Tuesday, May 6, 2025

लगातार की गई मेहनत”

 राजवीर एक छोटे से कस्बे में रहने वाला एक सामान्य लड़का था। वह पढ़ाई में ठीक-ठाक था, न कोई गॉड गिफ्टेड टैलेंट और न कोई स्पेशल सपोर्ट। उसके घर की हालत भी बहुत बेहतर नहीं थी — पिता एक छोटी सी दुकान चलाते थे और माँ घर के कामों में व्यस्त रहती थीं।

लेकिन राजवीर के अंदर एक सपना था — इंजीनियर बनने का। और वह जानता था कि सिर्फ सपना देखना काफ़ी नहीं होता, उसे हकीकत में बदलने के लिए मेहनत करनी पड़ती है।


जब उसके दोस्त क्रिकेट खेलते, वह किताबों में झुका रहता। जब दूसरे मस्ती करते, वह अपने नोट्स दोहराता। कई बार उसके मन में भी आया कि वह क्यों इतना कुछ सह रहा है। लेकिन फिर वह खुद से कहता —

"कामयाबी कोई हादसा नहीं होती, ये तो लगातार की गई मेहनत का नतीजा होती है।"

 

रोज़मर्रा की चुनौतियाँ

 

राजवीर की सबसे बड़ी चुनौती थी — संसाधनों की कमी। न कोचिंग थी, न महंगे गाइड, न ही कोई गाइडेंस देने वाला। वह यूट्यूब पर फ्री वीडियो देखता, स्कूल की लाइब्रेरी से पुरानी किताबें माँगता, और जो समझ नहीं आता, उसे खुद से कई बार पढ़कर समझने की कोशिश करता।

 

वह रोज़ एक टाइम टेबल बनाता और हर दिन के आखिर में खुद से सवाल करता —

"क्या मैंने आज अपने लक्ष्य के लिए एक कदम बढ़ाया?"


पहला इम्तिहान


राजवीर ने पहली बार इंजीनियरिंग एंट्रेंस की परीक्षा दी, और वो क्वालिफाई नहीं कर पाया। उसे बहुत दुख हुआ। कुछ देर के लिए लगा जैसे सब खत्म हो गया हो। लेकिन फिर उसे अपने पापा की कही बात याद आई —

"बेटा, हार सिर्फ एक पड़ाव है, मंज़िल नहीं।"


उसने फिर से शुरुआत की — उसी जोश, उसी समर्पण के साथ। इस बार उसने सिर्फ पढ़ाई ही नहीं, बल्कि अपने मानसिक डर से भी लड़ना सीखा।


असली जीत


अगले साल जब रिजल्ट आया, राजवीर का नाम अच्छे रैंक में था। उसे एक प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला मिला। गाँव में मिठाई बँटी, माँ की आँखों में आँसू थे, और पापा की मुस्कान में गर्व।


राजवीर जानता था कि यह सब एक दिन में नहीं हुआ। ये उन हज़ारों घंटों की पढ़ाई, नींद की कुर्बानी, और हर दिन की मेहनत का नतीजा था। उसने अपनी डायरी में उस दिन सिर्फ एक लाइन लिखी —


"कामयाबी कोई हादसा नहीं होती, ये तो लगातार की गई मेहनत का नतीजा होती है।"


सीख

 

राजवीर की कहानी हम सबको सिखाती है कि सफलता अचानक नहीं मिलती। वो मेहनत, धैर्य, और लगातार किए गए प्रयासों से मिलती है। जो इंसान हर दिन एक-एक कदम आगे बढ़ाता है, वही एक दिन उस ऊंचाई पर पहुँचता है जहाँ लोग उसे सलाम करते हैं।


तो अगर तुम भी किसी सपने को जीना चाहते हो, तो याद रखो —

“हर दिन की मेहनत ही एक दिन बड़े मुकाम का कारण बनती है।”

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