राहुल एक छोटे से गांव में रहता था। वह मेहनती और ईमानदार लड़का था, जिसने अपनीपढ़ाई के दम पर शहर के एक प्रतिष्ठित कॉलेज में दाखिला लिया। गांव के लोगों ने राहुल पर गर्व किया औरउसे हमेशा अच्छे मार्गदर्शन और प्रेरणा दी। राहुल के माता-पिता ने भी उसे हमेशा सिखाया कि अच्छे लोगों कीसंगति करना बहुत महत्वपूर्ण है।शहर में राहुल ने अपने कॉलेज की पढ़ाई शुरू की। शुरुआत में वह बहुत हीध्यान से पढ़ाई करता था और हर एक चीज में उत्कृष्ट प्रदर्शन करता था। परंतु, कुछ महीनों बाद उसकीमुलाकात कुछ नए दोस्तों से हुई, जो पढ़ाई में ध्यान न देकर मस्ती और मौज-मस्ती में लगे रहते थे। राहुल ने भीधीरे-धीरे उनके साथ समय बिताना शुरू कर दिया।उन दोस्तों के संगति में, राहुल की पढ़ाई में रुचि कम होनेलगी। वह कॉलेज से गैर-हाजिर रहने लगा और परीक्षा में भी उसका प्रदर्शन गिरता चला गया। उसके गांव के लोग और उसके माता-पिता उसकी बदलती स्थिति से बहुत चिंतित थे, लेकिन राहुल ने उनकी चिंताओं को नजरअंदाज कर दिया।राहुल के नए दोस्त उसे नशे की लत में भी धकेलने लगे। शुरू में राहुल ने इसका विरोधकिया, लेकिन उनकी संगति में धीरे-धीरे वह भी इस दलदल में फंसता चला गया। अब उसका सारा समयमौज-मस्ती और नशे में बीतने लगा। उसका भविष्य अंधकारमय होता जा रहा था।एक दिन, जब राहुल अपनेदोस्तों के साथ शहर के एक क्लब में था, पुलिस ने वहाँ छापा मारा और उसे उसके दोस्तों के साथ गिरफ्तारकर लिया। राहुल के माता-पिता जब थाने पहुंचे, तो उन्हें अपने बेटे की हालत देखकर बहुत दुःख हुआ। उन्होंनेराहुल को समझाया कि वह गलत संगति में पड़कर अपने जीवन को बर्बाद कर रहा है।राहुल को तब एहसासहुआ कि वह कितनी बड़ी गलती कर चुका है। उसे याद आया कि उसके माता-पिता ने हमेशा उसे अच्छे लोगोंकी संगति करने की सलाह दी थी। उसने ठान लिया कि अब वह अपनी जिंदगी को सुधारने के लिए कड़ीमेहनत करेगा और अच्छे लोगों के साथ ही रहेगा।जेल से बाहर आने के बाद, राहुल ने अपने पुराने दोस्तों से दूरीबना ली और फिर से अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित किया। उसने कुछ ऐसे दोस्तों की तलाश की जो पढ़ाई मेंरुचि रखते थे और जिनका जीवन एक दिशा में जा रहा था। उसकी नई संगति ने उसे बहुत प्रेरित किया औरउसके आत्मविश्वास को बढ़ाया।राहुल ने फिर से मेहनत करनी शुरू की और अपने पुराने प्रदर्शन को पुनः प्राप्तकिया। धीरे-धीरे उसकी जिंदगी पटरी पर लौट आई। उसने अपनी पढ़ाई में अच्छे अंक हासिल किए और एकप्रतिष्ठित कंपनी में नौकरी भी मिल गई।राहुल ने सीखा कि संगति का कितना बड़ा असर हो सकता है। गलतसंगति ने उसे अंधकार में धकेल दिया था, लेकिन अच्छी संगति ने उसे फिर से उन्नति की राह पर ला दिया।उसने ठान लिया कि वह अब हमेशा अच्छे लोगों के साथ ही रहेगा और अपने जीवन को सही दिशा में लेजाएगा।राहुल की कहानी उसके गांव में एक प्रेरणा बन गई। लोग अपने बच्चों को उसकी कहानी सुनाते औरउन्हें सिखाते कि संगति का कितना महत्व है। गांव के बच्चों ने राहुल की तरह ही मेहनत करना और अच्छे लोगोंकी संगति करना शुरू किया।राहुल अब गांव में एक आदर्श के रूप में देखा जाता है। उसकी कहानी एक जीताजागता उदाहरण है कि संगति न केवल हमें ऊंचा उठा सकती है, बल्कि हमें गिरा भी सकती है। इसलिए हमेशाअच्छे लोगों की संगति करनी चाहिए और अपने जीवन को सही दिशा में ले जाना चाहिए।अंतराहुल की कहानीहमें यह सिखाती है कि संगति का हमारे जीवन पर कितना गहरा प्रभाव होता है। अच्छे लोगों की संगति हमेंऊंचाइयों तक ले जा सकती है, जबकि गलत संगति हमें बर्बादी की ओर ले जाती है। इसलिए हमें हमेशाअच्छे लोगों की संगति करनी चाहिए और अपने जीवन को सही दिशा में आगे बढ़ाना चाहिए।
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