Friday, February 25, 2022

अच्छाई बुराई

ये कहानी है एक गरीब लड़के की एक ऐसा लड़का जिसके फैमिली  में ज्यादा पैसा नहीं था वो  स्कूल के बाद में  घर घर जा कर के सामान बेचता था और उस सामान से जो पैसा इसे मिलता था उस पैसे से वो स्कूल की फीस भरता था। 

ये लड़का एक दिन ऐसे ही दोपहर में निकला हुआ था सामान बेचने के लिए घर घर जा रहा था दरबाजा खाट खाटा रहा था।  उसे जोर की भूख भी लग रही थी तो उसने निर्णय लिया  की अब वो जिस भी घर का दरबाजा खाट  खटाएगा उसे पैसे के बदले खाना मांग लेगा। 

ये गया जा कर के दरवाजा  खाट  खटाया।  जब दरवाजा खुला तो अंगदर से एक लड़की निकली लड़की को  देख करके हका बका हो गया तो उसने अचानक से घबरा कर के  एक गिलास पानी मांग लिया,

एक गिलास पानी मिलेगा।  वो लड़की अंदर गयी किचन में जा करके सोचने लगी ये लड़का बड़ा परेशान सा हो रखा है

पसीना आ रहा है सामान लेके ढो रहा है इधर से उधर सामान बेच रहा है मुझे लगत है भूखा होगा तो उस लड़की ने एक गिलास दूध लेके आई और दूध  ला कर के इस लड़के को दे दिया और उस लड़के ने दूध पीलिया धीरे धीरे और सोच रहा था ऊपर वाला अभी है अभी भी  इंसानियत जिन्दा है

उपरवाले का धन्यवाद करनी चाहिए सारी  अच्छी बातें इसके दिमाग में आरही थी की दूसरे की मदद करनी चाहिए।  दूध  पिने के  बाद इस लड़के ने गिलास वापस दिया और बोलै की इसके बदलें में  कितने पैसे दू  तो लड़की ने कहा की पैसे  क्यों दोगे,

मेरी मां हमेसा मुझे कहती है की अगर किसी  की मदद करे तो पैसे नहीं लेनी चाहिए  तो आप कुछ मत दीजिये तो फिर इस लड़ने ने कहा की तो आप कुछ सामान खरीद  लीजिये कुछ लेना है  खरीदना है 

तो लड़की ने कहा की हमें कोई सामान नहीं चाहिए तो फिर इस लड़के ने कहा की तो फिर मैं आपको सिर्फ इतना कहूंगा की दिल से धन्यवाद आपने मेरी मदद की मुझे भूख  लगी थी

अपने भूखे को दूध पीला दिया बहुत बहुत शुक्रिया ऐसा बोल कर के वो वहां  से चल दिया और  गली में जब जा रहा था तो सोच रहा था की इंसानियत अभी जिन्दा है वो लड़की मेरे लिए एक गिलास दूध लेके आ गयी मेरी मदद कर दी ऊपर वाल  मदद करता है।

बहुत सारी अच्छी  अच्छी बाते इसके दिमाग में चल रही थी।  ये बात आयी गयी हो गयी  इस लड़के ने पढ़ाई पूरी की स्कूल की पढ़ाई  पूरी की कॉलेज की पढ़ाई  पूरी की उसके बाद बड़े शहर में बड़ा  डॉक्टर बन गया इधर ये जो लड़की थी जब वो बड़ी हो रही थी तो इसकी फैमिली  की इस्तिथि बदल गयी। 

इस लड़की की तबियत बिगड़ गयी वहा  के लोकल डॉक्टर ने कहा इसे बड़े  शहर में ले जाइये बड़े  डॉक्टर को दिखाइए तो इसे ले जा कर के एक बड़े से हॉस्पिटल में भर्ती कर दिया गया। 

वही हॉस्पिटल जहा  ये लड़का डॉक्टर बन चूका था इस लड़के के  पास में वो केस आया की इस तरीके से एक लड़की सीरियस इस्तिथि में  है 

बीमार है ICU में रखी गयी है इन्होने  उसके बारे में पढ़ा गांव का नाम पढ़ा तो इसे याद आया की ये तो वही लड़की है।  जा कर के देखा तो उसे समझ आया की ये तो वही लड़की है

इसकी तो मदद करनी चाइये इसने और एक्सपर्ट डॉक्टर को बुलाया सारी  जी जान लगादी उसको ठीक करने में.  अंततः उसकी तबियत धीरे धीरे ठीक होने लगी। 

जब वो ठीक  हो  गयी तो डॉक्टर साहब ने इलाज के बाद में जो  बिल जाता है उसे लिफाफे में  एक छोटा सा नोट पेन से लिख कर के उसमे जोर दिया। 

तो ये लिफाफा जब इस लड़की के पास में पहुँचता है जब वो ठीक हो चुकी थी तो इसने देखा की इसके पास में बिल आ चूका है तो ये घबरा गयी क्यों की ये ठीक तो हो चुकी थी

लेकिन इसके फैमिली  की इस्तिथि ऐसी नहीं थी की ये अब बिल भर सके तो ये सोचने लगी की पता नहीं कितने का बिल आया होगा इसने वो लिफाफा खोला उसमे उस इलाज के बारे में सब कुछ लिखा हुआ था और साथ में एक छोटी सी पर्ची चिपका हुआ था

जिसपे पेन से कुछ लिखा हुआ था तो जब उसने ध्यान से उसे पढ़ा तो उस पर लिखा हुआ था की आपने  इलाज का बिल बहुत सालों  पहले एक गिलास दूध से pay कर दिया गया है

डॉक्टर साहब वहा  पहुंचे उसको देख कर के इस लड़की ने भी पहचान लिया और उसने कहा आपका दिल से धन्यवाद।  अपने उस दिन मुझे दिल से धन्यवाद कहा था आज मैंने आपको दिल धन्यवाद। 

ये   छोटी सी कहानी जिंदगी में  बरी बात  सिखाती है अगर आप अच्छा करतें हैं तो जिंदगी में अच्छाई  घूम  कर के अच्छाई  अपने पास जरूर आएगी और अगर आप बुरा करते है तो वो बुराई घूम फिर के आपके पास जरूर आएगी।

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