Friday, September 13, 2024

दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़ना चाहिए।

 एक छोटे से गांव में एक लड़का रहता थाजिसका नाम रोहन था। रोहन को पढ़ने का बहुत शौक थालेकिन उसके माता-पिता गरीब थे और उन्हें उसकी पढ़ाई के लिए फीस देने की ताकत नहीं थी।

रोहन ने अपने गांव के एक स्कूल में दाखिला लियालेकिन वहां की स्थिति बहुत खराब थी। स्कूल में शिक्षक नहीं थेऔर जो थे वे भी पढ़ाने में रुचि नहीं लेते थे।

लेकिन रोहन ने हार नहीं मानी। उसने अपने गांव में ही एक छोटी सी नौकरी कर ली औरअपनी पढ़ाई जारी रखी। वह रोज सुबह जल्दी उठतानौकरी करताऔर फिर स्कूलजाता। वह अपने शिक्षकों से मदद मांगताऔर अपने साथी छात्रों की मदद करता।

रोहन की मेहनत रंग लाईऔर वह अपने स्कूल में सबसे अच्छे छात्रों में से एक बन गया।उसने अपने गांव के लोगों को यह दिखाया कि अगर हमारे पास दृढ़ संकल्प हैतो हमकुछ भी हासिल कर सकते हैं।

रोहन ने अपनी पढ़ाई पूरी कीऔर फिर शहर चला गया। वहां उसने एक बड़ी कंपनी मेंनौकरी पा लीऔर अपने माता-पिता को गर्व से बता सका कि वह अब एक सफलव्यक्ति है।

रोहन की कहानी हमें यह सिखाती है कि अगर हमारे पास दृढ़ संकल्प और मेहनत हैतोहम अपने सपनों को पूरा कर सकते हैं। हमें कभी हार नहीं माननी चाहिएऔर अपनेलक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए।

यह कहानी हमें यह भी सिखाती है कि गरीबी या कठिनाइयाँ हमें अपने सपनों को पूराकरने से नहीं रोक सकती हैं। अगर हमारे पास दृढ़ संकल्प और मेहनत हैतो हम किसीभी कठिनाई को पार कर सकते हैं।

रोहन की कहानी हमें यह भी सिखाती है कि सफलता के लिए हमें अपने सपनों को पूराकरने के लिए निरंतर प्रयास करना चाहिए। हमें कभी हार नहीं माननी चाहिएऔर अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़ना चाहिए।

 

Thursday, September 12, 2024

भगवान तक पहुंचने का रास्ता

एक छोटे से गांव में दो लड़के रहते थेराम और श्याम। दोनों लड़के एक ही स्कूल में पढ़ते थेलेकिन उनके स्वभाव और आदतें बिल्कुल अलग थीं।

राम एक अच्छा लड़का थाजो हमेशा सच बोलता था और दूसरों की मदद करता था।वह अपने माता-पिता की बात मानता था और उनके द्वारा दिए गए मार्ग पर चलता था।

दूसरी ओरश्याम एक बुरा लड़का थाजो हमेशा झूठ बोलता था और दूसरों को परेशानकरता था। वह अपने माता-पिता की बात नहीं मानता था और उनके द्वारा दिए गए मार्गको नहीं अपनाता था।

एक दिनदोनों लड़के एक नदी के किनारे बैठे थे। राम ने देखा कि नदी का जल साफऔर स्वच्छ थाजबकि श्याम ने देखा कि नदी का जल गंदा और मैला था।

राम ने कहा, "नदी का जल साफ और स्वच्छ हैक्योंकि यह अपने स्रोत से निकलता हैऔर समुद्र में जाकर मिल जाता है।"

श्याम ने कहा, "नदी का जल गंदा और मैला हैक्योंकि इसमें कई सारे गंदे नाले औरसीवर मिल जाते हैं।"

एक बूढ़े आदमी ने उनकी बात सुनी और कहा, "दोनों लड़कों की बातें सही हैं। नदी काजल साफ और स्वच्छ होता हैलेकिन जब इसमें गंदे नाले और सीवर मिल जाते हैंतोयह गंदा और मैला हो जाता है।"

"लेकिन," बूढ़े आदमी ने आगे कहा, "इसी तरह से मनुष्य द्वारा चुना हर मार्गचाहे वहअच्छा हो या बुराभगवान तक जाता है। अगर हम अच्छे मार्ग पर चलते हैंतो हमभगवान के पास पहुंचेंगेऔर अगर हम बुरे मार्ग पर चलते हैंतो भी हम भगवान के पासपहुंचेंगे।"

राम और श्याम ने बूढ़े आदमी की बात समझी और अपने जीवन में बदलाव लाने काफैसला किया। राम ने अपने अच्छे मार्ग पर चलना जारी रखाजबकि श्याम ने अपने बुरेमार्ग को छोड़ दिया और अच्छे मार्ग पर चलना शुरू कर दिया।

कुछ सालों बाददोनों लड़के भगवान के पास पहुंच गए। भगवान ने राम से कहा, "तुमनेहमेशा अच्छे मार्ग पर चला हैइसलिए तुम्हारा स्थान मेरे पास है।"

भगवान ने श्याम से कहा, "तुमने पहले बुरे मार्ग पर चला थालेकिन बाद में तुमने अपनेमार्ग को बदल लिया और अच्छे मार्ग पर चलना शुरू कर दिया। इसलिएतुम्हारा भी स्थान मेरे पास है।"

इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि चाहे हम किसी भी मार्ग पर चलेंभगवान तक पहुंचने का एक ही रास्ता है।

 

आत्मा की शक्ति