Tuesday, June 6, 2023

अगर आप सकारात्मक बोलोगे तो आपको सब सकारात्मक ही दिखेगा

बहुत समय पहले की बात है, एक छोटा सा गांव था जहां एक गरीब परिवार रहता था। उस परिवार के एक छोटे से बेटे का नाम था राहुल। राहुल बहुत आलसी और निरुत्साहित था। उसे जीवन के सामान्य चुनौतियों से डर लगता था और उसकी सोच हमेशा नकारात्मक होती थी।

एक दिन, राहुल को उसके पड़ोसी द्वारा एक आकर्षक पुस्तक की गिफ्ट मिली। यह पुस्तक एक मार्गदर्शक कहानी संग्रह थी, जो सकारात्मकता, संघर्ष, और सफलता के बारे में थी। राहुल ने पुस्तक को खोला और उसे पढ़ने लगा।

धीरे-धीरे पढ़ते हुए, राहुल की सोच बदलने लगी। उसने अपने आप में नयी प्रेरणा की किरण महसूस की। वह समझा कि सकारात्मक सोच और निर्णायकता के साथ वह अपने जीवन को परिवर्तित कर सकता है।

राहुल ने जीवन के हर क्षेत्र में सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाया।

राहुल ने जब सकारात्मकता के साथ अपना दृष्टिकोण बदला, तो जीवन ने उसके लिए नई संभावनाएं खोल दीं। उसने अपनी पढ़ाई में उच्चतम स्तर तक पहुंचा और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कठिनाइयों का सामना किया। वह अपनी संघर्षों से डरने की जगह, उनसे सीखने और मजबूत होने का अवसर मानने लगा।

समय बितते गये और राहुल अपने सपनों को हासिल करते गया। उसने एक मशहूर विश्वविद्यालय से पढ़ाई की और अपने क्षेत्र में प्रमुख बना। उसकी सफलता और आत्मविश्वास ने उसे अनजाने लोगों की प्रेरणा का केंद्र बना दिया।

आज, राहुल एक प्रशंसित वक्ता और सकारात्मकता के प्रेरक हैं। उसकी कहानी लोगों को मोहित करती है और उन्हें संघर्ष में हार नहीं मानने की प्रेरणा देती है। राहुल की असामान्य सफलता उसके सकारात्मक दृष्टिकोण और अथक परिश्रम का परिणाम है।

यह कहानी हमें यह सिखाती है कि सकारात्मक सोच और प्रेरणा सफलता की कुंजी हैं।

इस कहानी का संक्षेप में निष्कर्ष यह है कि सकारात्मकता और प्रेरणा की शक्ति से हम किसी भी मुश्किल में सफल हो सकते हैं। जैसे राहुल ने नकारात्मक सोच को छोड़कर सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाया और कठिनाइयों का सामना किया, उसी तरह हमें भी अपनी सोच को बदलने की जरूरत होती है।

हमें हर चुनौती को एक अवसर के रूप में देखना चाहिए और उसे संघर्ष करके अपनी क्षमताओं को निखारना चाहिए। सकारात्मकता, आत्मविश्वास और निर्णायकता सफलता की राह पर हमें आगे बढ़ाने में मदद करती हैं।

इसलिए, जब भी हम असामान्य परिस्थितियों का सामना करते हैं, हमें सकारात्मक सोच और प्रेरणा का सहारा लेना चाहिए। हमेशा याद रखें कि जीवन में हार नहीं होती, बल्क सीखने का एक मौका होता है। हमारी सकारात्मकता, प्रेरणा और परिश्रम हमें उच्चतम सफलता की ओर ले जा सकते हैं।

Monday, June 5, 2023

अगर अपने लक्ष्य को हासिल करना है तो तरीका बदलो, इरादा नहीं

 बहुत समय पहले की बात है, एक गांव में एक युवा लड़का नाम लक्ष्य रखता था। उसका सपना था एक मशहूर गायक बनना। लक्ष्य गाने का जुनून रखता था और रोज़ रियाज़त में दिन रात अपनी मेहनत लगाता था।

वह बहुत समय तक कोशिश करता रहा, परंतु अपने लक्ष्य को पूरा नहीं कर पा रहा था। उसे अनगिनत असफलताओं का सामना करना पड़ता था, और उसकी हिम्मत टूट जाती थी।

एक दिन, लक्ष्य गांव के एक पुराने संगीतज्ञ से मिला। उसने अपनी कठिनाइयों के बारे में शिकायत की और अपनी हार की कहानी सुनाई।

पुराने संगीतज्ञ ने मुस्कराते हुए कहा, "लक्ष्य, तुम्हारी मेहनत और इरादे में कोई कमी नहीं है। शायद तुम्हें अपने तरीके में बदलाव की जरूरत है।"

लक्ष्य उसके वचनों पर गौर करते हुए सोचने लगा। उसे समझ आया कि यदि वह अपने आसपास के लोगों से सही मार्गदर्शन लेता है, तो उसकी संभावनाएं बढ़ सकती हैं।

लक्ष्य ने अपनी राह बदली और शिक्षकों, मेंटरों और प्रशंसकों की सलाह स्वीकार की। उसने गायन की नई तकनीकें सीखी और संगीत के माध्यम से अपने आप को सुधारा। वह नए संगीत शैलियों को अपनाते रहा और खुद को संगीत की दुनिया में अद्वितीय बनाने का प्रयास किया।

धीरे-धीरे, लक्ष्य की प्रतिभा और मेहनत को लोगों ने पहचाना और उसे मौके मिलने लगे। उसके गाने लोगों के दिलों में उम्मीद की किरण जगाने लगे।

आखिरकार, एक दिन एक प्रमुख संगीत कंपनी ने लक्ष्य के गानों की पहचान की और उसे अपने संगीत के लिए अद्वितीय पहचान दी। लक्ष्य की मेहनत, संघर्ष और सकारात्मक दृष्टिकोण ने उसे सफलता के नए उच्चाईयों तक पहुंचाया।

यह कहानी हमें यह बताती है कि जब हम अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण रखते हैं, तो हम तरीका बदलकर इरादा बदल सकते हैं।

इस कहानी का संक्षेप में निष्कर्ष यह है कि सकारात्मक दृष्टिकोण, निरंतर मेहनत और स्वयं पर विश्वास हमें आपार सफलता की ओर ले जा सकते हैं। लक्ष्य ने यह सिद्ध किया कि जब हम खुद को बदलने का निर्णय लेते हैं और सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाते हैं, तो हम आश्चर्यजनक परिणाम प्राप्त कर सकते हैं।

इसलिए, जब हम अपने लक्ष्य को हासिल करना चाहते हैं, तो हमें तरीका बदलने की जरूरत होती है, परंतु इरादा स्थिर रखना चाहिए। हमें अपनी मेहनत और प्रयासों को निरंतर जारी रखना चाहिए और सकारात्मक सोच के साथ अपने सपनों की ओर बढ़ना चाहिए। संघर्ष और असफलता सिर्फ हमें और मजबूत बनाते हैं, और अंततः सफलता हमारे कदमों में होती है।

Tuesday, May 30, 2023

आपकी सीमा-यह केवल आप की कल्पना है

बहुत समय पहले की बात है, एक गांव में एक युवा लड़का रहता था। उसका नाम आदर्श था। आदर्श बहुत ही सामान्य और आम था, लेकिन उसमें सपनों की बाढ़ थी। वह बड़ी-बड़ी सोचता और अपने लक्ष्यों को पूरा करने की चाह रखता था।

गांव के लोग उसे हमेशा बच्चों की कल्पना करने वाला समझते थे और उसे निराशा देते थे। वे कहते थे, "आदर्श, तुझमें तो कोई खास बात नहीं है। तेरी सीमाएं तेरी कल्पना हैं।"

परंतु आदर्श इस बात को स्वीकारने को तैयार नहीं था। उसकी आंतरिक आग उसे यही कह रही थी कि उसकी सीमाओं को छोड़कर वह कुछ भी कर सकता है।

वह बड़ी मेहनत करने लगा, सोचा, प्लान किया, और निरंतर प्रयास किए। उसने अपने लक्ष्य के लिए किसी भी सीमा को स्वीकारने से इनकार कर दिया।

धीरे-धीरे, आदर्श ने अपने कार्यों से सबको हैरान कर दिया। उसकी मेहनत, उत्साह और दृढ़ संकल्प ने उसे सफलता के नए ऊंचाइयों तक ले जाया।

आदर्श ने अपने सपनों को हकीकत में बदलने के लिए सफर जारी रखा। उसने नई विचारधारा को ग्रहण किया और अपनी क्षमताओं को निखारा। वह अपार संघर्षों का सामना करते रहा, परंतु वह हारने की अनुमति नहीं दी। उसने खुद को समर्पित रखा और हर बाधा को अवसर में बदला।

धीरे-धीरे, आदर्श को मिला वह सफलता जो उसने सोची थी। उसकी कठिनाइयों और सीमाओं ने उसे नई पहचान दी। लोग उसे अब सफलता का प्रतीक मानने लगे और उसके जीवन के बारे में उनकी धारणाएं बदल गईं।

यह कहानी हमें यह सिखाती है कि हमारी सीमाएं और हार्डलेशिप्स हमारी कल्पनाओं से अधिक होती हैं। जब हम उन सीमाओं को छोड़कर आगे बढ़ते हैं और अपने लक्ष्य की तरफ ध्यान केंद्रित करते हैं, तो हम सच्ची सफलता को प्राप्त कर सकते हैं। हमें खुद को सामर्थ्यवान बताना होगा, सकारात्मक सोच अपनानी होगी और समर्पण के साथ मेहनत करनी होगी। 

हमारी कहानी का संक्षेप में निष्कर्ष यह है कि सच्ची सफलता केवल उनके लिए है जो खुद को सीमाओं से ऊपर उठाने का निर्णय लेते हैं। जब हम खुद को बदलने के लिए तैयार होते हैं और सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाते हैं, तो हम अपार सफलता को प्राप्त कर सकते हैं। सीमाएं, असाधारणताओं की परेशानियाँ, और कठिनाइयाँ हमारी ऊर्जा को मजबूत बनाती हैं और हमें अपने अस्तित्व की सत्यता को खोजने के लिए प्रेरित करती हैं। इसलिए, जब हम लक्ष्य की ओर बढ़ते हैं, तो हमें तरीका बदलने की जरूरत होती है, परंतु इरादा और संकल्प कभी नहीं बदलना चाहिए। हमें सकारात्मक सोच के साथ अपने सपनों की ओर आगे बढ़ना चाहिए और कठिनाइयों का मुकाबला करने के लिए तत्पर रहना चाहिए। संघर्ष और असफलता सिर्फ हमें और मजबूत बनाते हैं, और अंततः सफलता हमारे कदमों में होती है।

Saturday, May 27, 2023

शौंक भले कितने ही ऊँचे रखो लेकिन जिम्मेदारी से बढ़कर नहीं

कुछ समय पहले की बात है, एक छोटे से गांव में एक युवा लड़का रहता था। उसका नाम राजीव था। राजीव एक बहुत ही उत्साही और सपनों का पीछा करने वाला युवक था। उसका सबसे बड़ा शौक था उड़ने का। वह हमेशा आसमान की ओर देखता और उड़ने की आशा रखता था।

राजीव के पास बहुत कम समय था और संघर्षों से भरी ज़िन्दगी थी, लेकिन उसकी उम्मीद और लगन उसे हमेशा मेहनत करने के लिए प्रेरित करती थी। एक दिन, उसे अवसर मिला और वह एक उड़ान का संघर्ष करने के लिए निकल पड़ा।

राजीव की मेहनत और उत्साह ने उसे असामान्य ऊँचाइयों तक पहुंचा दिया। वह देश-विदेश में प्रसिद्ध और सम्मानित उड़ान चालक बन गया। लोग उसे उदाहरण के रूप में देखने लगे और उसकी सफलता का जश्न मनाने लगे।

परंतु राजीव कभी अपनी जिम्मेदारियों से पलटने का निर्णय नहीं लिया। उसका उड़ने का शौक और उत्साह उसे सीमा से ऊपर ले गया, 

कभी भी अपनी जिम्मेदारियों से पलटने का निर्णय नहीं लिया। राजीव जानता था कि उसकी सफलता की पीठ पर सिर्फ उसकी मेहनत, दृढ़ संकल्प और लगन है। वह जानता था कि उड़ान भरने के लिए सिर्फ शौक और उम्मीद से काफी नहीं होता। उसे समझ में आया था कि जिम्मेदारी, प्रतिबद्धता और कर्तव्यों का पालन ही उसे अस्थायी शौर्य से असाधारण बना सकता है।

राजीव की सफलता और उड़ान भरने की कहानी लोगों को यह सिखाती है कि शौक और ऊँचाइयों का इशारा सिर्फ पहला कदम होता है। असली सफलता उसे पाने के लिए अपनी जिम्मेदारियों को समझने, सामर्थ्य को विकसित करने और मेहनत के माध्यम से करने की क्षमता में निहित होती है। शौक को जीने के लिए जरूरी है, लेकिन उसे असाधारण बनाने के लिए जिम्मेदारी और कर्तव्यों को सच्चाई से निभाना होगा।

इस कहानी के माध्यम से हमें यह समझने को मिलता है

शौक की दिशा में अपनी क्षमताओं का उपयोग करते हुए और जिम्मेदारी को सच्चाई से निभाते हुए हम सच्ची सफलता को प्राप्त कर सकते हैं। राजीव की कहानी हमें यह सिखाती है कि सपनों को पूरा करने के लिए हमें अपने शौक के पीछे दृढ़ता से खड़े होना चाहिए, परंतु हमेशा अपनी जिम्मेदारियों को समझते और उन्हें पूरा करने के लिए सक्रिय रहना चाहिए। शौक और जिम्मेदारी का संगम हमें सच्ची सफलता तक पहुंचा सकता है, जहां हम अपने सपनों को हकीकत में बदलते हैं और अपनी संघर्षों के माध्यम से ऊँचाइयों तक पहुंचते हैं।

Friday, May 26, 2023

अच्छा दिखने के लिए नहीं, किन्तु अच्छा बनने के लिए जिओ

कुछ समय पहले की बात है, एक छोटे से गांव में एक बच्चा रहता था। उसका नाम राहुल था। राहुल बहुत ही निर्मल और साधारण दिखने वाला बच्चा था, लेकिन उसके मन में बड़ी-बड़ी सपने थे। वह दूसरे लोगों की तरह सिर्फ अच्छा दिखने के लिए नहीं, अच्छा बनने के लिए जीना चाहता था।

राहुल ने सोचा कि अच्छा दिखने के लिए सिर्फ बाहरी रूप में बदलाव करना काफी नहीं होता। उसे अपने अंदरी गुणों को सुधारना था। वह ज्ञान और संगठनशीलता की महत्व को समझता था। राहुल अपने अध्ययन में प्रवीण बन गया और ज्ञान की गहराई में उतर गया। वह अपने अंदरी क्षमताओं को विकसित करने के लिए प्रयास करता रहा।

धीरे-धीरे, राहुल ने अपने लक्ष्य की ओर प्रगति की और सपनों को हकीकत में बदलने का सफर शुरू किया। वह अपने क्षमताओं को समझता और सुधारता रहा, संगठनशीलता और मेहनत से काम करता रहा।

राहुल ने अपनी मेहनत और अद्भुत संघर्ष से बहुत सारे सफलतापूर्वक परीक्षाओं को पास किया और ऊँचाइयों को छूने का सम्मान प्राप्त किया। लोग उसे देखकर हैरान और प्रभावित हो जाते थे क्योंकि वह न केवल अच्छा दिखता था, बल्कि वह अच्छा बन चुका था।

इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि अच्छा दिखने के लिए बाहरी रूप में परिवर्तन करने की जगह, हमें अपने अंदरी गुणों को सुधारना चाहिए। सच्ची सफलता और खुद को स्थापित करने के लिए हमें अपनी अन्तर्दृष्टि को स्पष्ट करना चाहिए और उसे विकसित करने के लिए निरंतर प्रयास करना चाहिए। ज्ञान, क्षमता, संगठनशीलता और मेहनत हमें सच्ची सफलता की ओर ले जाएंगे।

इसलिए, हमें अच्छा दिखने के लिए नहीं, अच्छा बनने के लिए जीना चाहिए। हमें अपनी क्षमताओं, गुणों और कार्यों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और सच्चाई और जिम्मेदारी के साथ प्रगति करना चाहिए।

इस कहानी का निष्कर्ष यह है कि आपकी सीमा वास्तव में केवल आपकी कल्पना है। आपकी सफलता का निर्धारण आपकी सोच, संघर्ष और मेहनत पर निर्भर करता है। अपने शौंक को ऊँचा रखें और इसे पूरा करने के लिए अपनी क्षमताओं का उपयोग करें। सीमाओं को पार करके अपनी संघर्षों में निर्भय बनें और सफलता की ऊँचाइयों को छू जाएं। यदि आप अपनी कल्पना को हकीकत में बदलना चाहते हैं, तो सोच और कार्रवाई में बदलाव लाएं। आपकी मेहनत, समर्पण और निष्ठा आपको अपने सपनों की प्राप्ति तक पहुंचा सकती है। तो, अपनी सीमाओं को छोड़ें और आगे बढ़ें, क्योंकि आपकी सफलता की सीमाएं सिर्फ आपकी सोच में होती हैं।

Monday, May 22, 2023

कभी भी मुश्किलों के आगे हार नहीं मानो

एक बार की बात है, एक गांव में एक छोटा सा लड़का रहता था। उसका नाम रामू था। रामू बहुत ही संजीवनी और आगे बढ़ने की इच्छा रखने वाला लड़का था। वह कभी भी मुश्किलों के आगे हार नहीं मानता था।

एक दिन, रामू ने अपने गांव में एक दौड़ प्रतियोगिता के लिए पंजीकरण कराया। यह दौड़ बहुत ही कठिन थी और सभी लोग रामू को असंभव समझकर हंस रहे थे।

दौड़ का दिन आया और सभी दौड़कर तैयार थे। रामू बिना किसी डर या हिचक बिना, पूरी शक्ति और दृढ़ता के साथ दौड़कर खड़ा हो गया। जब दौड़ शुरू हुई, तो देखा गया कि रामू अन्य प्रतियोगियों के साथ पीछे है। लेकिन वह नहीं हारा। वह बार-बार अपनी प्रगति पर ध्यान केंद्रित करता रहा और बढ़ते हुए मुश्किलों का सामना करता रहा।

धीरे-धीरे, रामू अपनी गति बढ़ाने लगा और अन्य प्रतियोगियों को पीछे छोड़ दिया। 

आत्मा ने विजय की ओर बढ़ाने के लिए उसे और ताकत दी। रामू ने दौड़ के आखिरी चरण पर सभी प्रतियोगियों को पीछे छोड़ दिया और विजयी रूप से खंडन की रेखा पार की। उसके चेहरे पर एक विजयी मुस्कान थी, जो उसकी कठिनाइयों को परास्त करने का प्रमाण था।

रामू की इस सफलता ने सबको चौंका दिया। उसने सबको यह सिखाया कि जीवन में मुश्किलों से नहीं हारना चाहिए। समय-समय पर मुश्किलाओं का सामना करना हमें मजबूत बनाता है और हमारी अद्यतन क्षमताओं को विकसित करता है।

इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि जीवन में सफलता के लिए हमें अपनी क्षमताओं पर विश्वास रखना चाहिए और आगे बढ़ने के लिए कठिनाइयों का सामना करना चाहिए। हमें अपनी हार नहीं माननी चाहिए, बल्कि इच्छाशक्ति, संघर्ष, और धैर्य से अपने लक्ष्य की ओर बढ़ना चाहिए।

इसलिए, जब आप मुश्किलों के सामने खड़े हों और लगे कि आप हार जाएंगे,

यह कहानी हमें यह दिखाती है कि जब हम अपनी सीमाओं से परे जाते हैं, तब हमारी सच्ची पहचान और सामर्थ्य सामने आते हैं। हमारी मेहनत, अविचलित इच्छाशक्ति और संघर्ष हमें विजय की ऊंचाई पर ले जा सकते हैं। हमें अपने सपनों की ओर बढ़ते रहना चाहिए, चाहे माहौल कुछ भी हो। विजय का मार्ग कभी आसान नहीं होता, लेकिन उसका परिणाम सबके लिए अनमोल होता है।

यह कहानी हमें सिखाती है कि हमें डरने और हार मानने की जगह पर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है। हमें अपनी सीमाओं को छोड़कर अपनी क्षमताओं में विश्वास रखना चाहिए और अपने लक्ष्य की ओर दृढ़ता से प्रगति करनी चाहिए। आगे बढ़ने के लिए हमें मुश्किलों का सामना करना और उन्हें पार करना होगा।

इसलिए, जब जीवन की मुसीबतें हमारे रास्ते में आएं, हमें सोचना चाहिए कि यह सिर्फ हमें आगे बढ़ने के लिए मौका दे रही हैं। हमें समय के साथ बदलने, सीखने, और बढ़ने की क्षमता रखनी चाहिए।

Sunday, May 21, 2023

जीतने के लिए आपका जिद्दी होना जरूरी है

एक समय की बात है, एक गांव में एक गरीब परिवार में जन्मी एक लड़की रहती थी। उसका नाम रीता था। वह बहुत ही संजीवनी और उत्कृष्टता की इच्छा रखने वाली थी।

रीता के परिवार में अभावग्रस्ती के कारण उसे बचपन से ही कठिनाइयों का सामना करना पड़ता रहा। लेकिन रीता का दिल अद्भुत आत्मविश्वास से भरा हुआ था। वह किसी भी हालत में अपने सपनों को पूरा करने के लिए तत्पर थी।

एक दिन, एक लोकप्रिय संगीत कार्यक्रम में भाग लेने का मौका रीता को मिला। उसने अपनी तैयारी की और स्वर मंच पर उतरी। लेकिन उसे पता था कि यह कार्यक्रम कठिन होगा और अनेक प्रतिभाशाली गायक उसके सामने होंगे।

रीता के द्वारा गाने का स्वर सुनकर सभी लोग हैरान रह गए। वे दंग रह गए कि इतनी कम उम्र में रीता ने कैसे इतना शानदार गाना गाया। लेकिन कुछ लोग उसे नकारने की कोशिश करने लगे।अकांग्क्षा की आँखों में सिर्फ जीतने की जुनून था। वह अपने सपनों को पूरा करने के लिए नकारात्मकता और समस्याओं का सामना करने का निर्णय लिया। जब अन्य लोग उसे असफलता के आगे हार मानने की सलाह देते थे, वह उनकी बातों को अनदेखा करती और अपने सपनों की ओर अग्रसर होती।

उसने नहीं सोचा कि जीतने के लिए उसे कितनी मेहनत और संघर्ष करना होगा। उसने रिक्त पेट, नींद की कमी, और असुविधाओं का सामना करते हुए रियायत से अधिक मेहनत की।

समय बीता और आखिरकार वह दिन आया जब रीता ने उस लोकप्रिय संगीत कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति बनाई। उसकी प्रदर्शन क्षमता और स्वर दिखाई दी और उसे सबकी प्रशंसा मिली। रीता ने अपने जीवन की इस बड़ी जीत के लिए बहुत मेहनत की थी और उसकी आँखों में गर्व और उत्साह था।

यह कहानी हमें यह सिखाती है कि असफलताओं से निराश न हों और अपने सपनों की प्राप्ति के लिए जिद्दी रहें। 

रीता के जीवन की कहानी हमें यह दिखाती है कि जीतने के लिए हमें अपने अंदर के जागृत प्रेरणाशक्ति को जगाना होता है। हमें असफलता के बावजूद उठते हुए रहना चाहिए और नये तरीकों को खोजने की क्षमता रखनी चाहिए।

यह कहानी हमें यह भी सिखाती है कि किसी भी सफलता के लिए हमें मेहनत, समर्पण और संघर्ष की आवश्यकता होती है। अपार उत्साह, अविचलित इच्छाशक्ति और जुनून के साथ हम जीवन की कठिनाइयों का सामना कर सकते हैं और अपने सपनों को पूरा कर सकते हैं।

इसलिए, अपने लक्ष्यों के प्रति समर्पित रहें, हार नहीं मानें, और निरंतर मेहनत करते रहें। जीत आपके कदमों में है, सिर्फ आपको उसे प्राप्त करने के लिए निर्णय और अटल प्रयास की आवश्यकता है। तो जीवन की हर मुश्किल को मुखालिफ़ा बनाएं, और जीत की गर्व भरी विजय प्राप्त करें।