एक जंगल में दोपहर के वक्त एक खोह के बाहर एक खरगोश जल्दी-जल्दी अपने computer
से कुछ टाइप कर रहा था l
तभी वहां एक लोमड़ी आई उसने खरगोश से पूछा ...
लोमड़ी - तुम क्या कर रहे हो ?
खरगोश - मैं थीसिस लिख रहा हूँ !
लोमड़ी - अच्छा ! किस बारे में लिख रहे हो ?
खरगोश - विषय है -- खरगोश किस तरह लोमड़ी को मार के खा जाता है ?
लोमड़ी - क्या बकवास है !! कोई मूर्ख भी बता देगा कि खरगोश कभी लोमड़ी को मार कर खा नहीं सकता ...
खरगोश - आओ मैं तुम्हें प्रत्यक्ष दिखाता हूँ ...
ये कह कर खरगोश लोमड़ी के साथ खोह में घुस जाता है और कुछ मिनट बाद लोमड़ी की हड्डियाँ लेकर वापस आता है....
और दोबारा से टाइपिंग में व्यस्त हो जाता है..
थोड़ी देर बाद वहां एक भेड़िया घूमता-घामता आता है वो खरगोश से पूछता है ...
भेड़िया- क्या कर रहे हो इतने ध्यान से ....
खरगोश - थीसिस लिख रहा हूँ
भेड़िया - हा हा ह l! किस बारे में जरा बताओ तो ?
खरगोश - विषय है - एक खरगोश किस तरह एक भेड़िये को खा गया ...
भेड़िया - गुस्से में .. मूर्ख ये कभी हो नहीं सकता ...
खरगोश - अच्छा !! आओ सबूत देता हूँ ..
और कह कर भेड़िये को उस खोह में ले गया ...
थोड़ी देर बाद खरगोश भेड़िये की हड्डी लेकर बाहर आ गया....
और फिर टाइपिंग ...
उसी वक्त एक भालू वहां से गुजरा उसने पूछा ये हड्डियाँ कैसी पड़ी हैं ...
खरगोश ने कहा एक खरगोश ने इन्हें मार दिया ....
भालू हंसा ... और बोला मजाक अच्छा करते हो .. अब बताओ ये क्या लिख रहे हो .... ?
खरगोश - थीसिस लिख रहा हूँ ...एक खरगोश ने एक भालू को मार के कैसे खा लिया .....
भालू -- क्या कह रहे हो ?? ये कभी नहीं हो सकता !
खरगोश - चलो दिखाता हूँ ...
और खरगोश भालू को खोह में ले गया .....
जहां एक शेर बैठा था ......
इसी लिए ये मायने नहीं रखता कि आपकी थीसिस कितनी बकवास है या बेबुनियाद है
मायने रखता है ...
आपका गाइड कितना ताकतवर है
से कुछ टाइप कर रहा था l
तभी वहां एक लोमड़ी आई उसने खरगोश से पूछा ...
लोमड़ी - तुम क्या कर रहे हो ?
खरगोश - मैं थीसिस लिख रहा हूँ !
लोमड़ी - अच्छा ! किस बारे में लिख रहे हो ?
खरगोश - विषय है -- खरगोश किस तरह लोमड़ी को मार के खा जाता है ?
लोमड़ी - क्या बकवास है !! कोई मूर्ख भी बता देगा कि खरगोश कभी लोमड़ी को मार कर खा नहीं सकता ...
खरगोश - आओ मैं तुम्हें प्रत्यक्ष दिखाता हूँ ...
ये कह कर खरगोश लोमड़ी के साथ खोह में घुस जाता है और कुछ मिनट बाद लोमड़ी की हड्डियाँ लेकर वापस आता है....
और दोबारा से टाइपिंग में व्यस्त हो जाता है..
थोड़ी देर बाद वहां एक भेड़िया घूमता-घामता आता है वो खरगोश से पूछता है ...
भेड़िया- क्या कर रहे हो इतने ध्यान से ....
खरगोश - थीसिस लिख रहा हूँ
भेड़िया - हा हा ह l! किस बारे में जरा बताओ तो ?
खरगोश - विषय है - एक खरगोश किस तरह एक भेड़िये को खा गया ...
भेड़िया - गुस्से में .. मूर्ख ये कभी हो नहीं सकता ...
खरगोश - अच्छा !! आओ सबूत देता हूँ ..
और कह कर भेड़िये को उस खोह में ले गया ...
थोड़ी देर बाद खरगोश भेड़िये की हड्डी लेकर बाहर आ गया....
और फिर टाइपिंग ...
उसी वक्त एक भालू वहां से गुजरा उसने पूछा ये हड्डियाँ कैसी पड़ी हैं ...
खरगोश ने कहा एक खरगोश ने इन्हें मार दिया ....
भालू हंसा ... और बोला मजाक अच्छा करते हो .. अब बताओ ये क्या लिख रहे हो .... ?
खरगोश - थीसिस लिख रहा हूँ ...एक खरगोश ने एक भालू को मार के कैसे खा लिया .....
भालू -- क्या कह रहे हो ?? ये कभी नहीं हो सकता !
खरगोश - चलो दिखाता हूँ ...
और खरगोश भालू को खोह में ले गया .....
जहां एक शेर बैठा था ......
इसी लिए ये मायने नहीं रखता कि आपकी थीसिस कितनी बकवास है या बेबुनियाद है
मायने रखता है ...
आपका गाइड कितना ताकतवर है
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