एक बार सडक पर एक व्यक्ति जोर जोर से
चिल्ला रहा था मेरे दौनौ हाथौ में वो
शक्तिया हैं जो चाहऔगे वो मिलेगा मेरे
दौनौ हाथौ में वो शक्तिया हैं जो चाहऔगे
वो मिलेगा ये सुनकर और उसकी हालत देख कर
लोग वहा से दूर दूर होने लगे लेकिन वो अपनी धुन में मस्त चिल्ला रहा था तभी वहा से
एक व्यक्ति अपनी धुन में और जिन्दगी से परेशान व्यक्ति वहां चला जा रहा था लोगो ने
उसे आवाज लगा के रोकने की कोशिश करी तभी उस व्यक्ति की नजर उस पागल व्यक्ति पर गयी
और उसने देखा कि वो पागल चिल्ला रहा हैं जो चाहिए वो मिलेगा मेरे दौनौ हातौ में वो
शक्ति हैं पहले वो रुका लेकिन कुछ क्षण बाद वो चल दिया
और जैसे ही वो उस बाबा
से मिला तो बाबा ने एक हाथ खोल कर बोला ये लो समय की शक्ति सदैव समय के साथ चलना
और दूसर हाथ खोल कर बोला ये लो धैर्य इसे सदैव किसी भी कार्य को करते समय स्वंयम
के अन्दर बनाये रखना
इसी सीख के साथ वो
व्यक्ति वहां से चला गया और सदैव उसने बाबा की दौनौ बातौ का उपयोग अपने जीवन में
किया और आगे चल कर वो अपने जीवन में इतना सफल हुआ कि आज सारी दुनिया उस व्यक्ति को
धीरू भाई अम्बानी के नाम से जान्ती हैं और इन्हीं सिध्दंतो का उपयोग कर के उनके
दौनौ बेटे सफलताऔ के शिखरौ को छू रहे हैं
कहानी का साराश ये हैं कि यदि अपने जीवन
में सफलता पनी हैं तो हमें सदैव समय के साथ और धैर्य बनाये रखते हुऐ किसी भी कार्य़
को करना चाहिए
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